चित्रगुप्त मंदिर के मरम्मत कार्य को रोके जाने को लेकर समाजजन ने एएसपी को सौंपा ज्ञापन, सिटी मजिस्ट्रेट को भी कलेक्टर के नाम दिया ज्ञापन

नर्मदापुरम। आस्था के केंद्र चित्रगुप्त घाट स्थित चित्रगुप्त मंदिर में मरम्मत कार्य किया जा रहा है। लेकिन एक आवेदन पर एस आई जितेंद्र सिंह चौहान ने इस काम को रुकवाया । इसको लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन को पुलिस अधीक्षक के नाम समाज के लोगों ने ज्ञापन सौंपा । इस मौके पर मंजू श्रीवास्तव, प्रीति, शीतल सक्सेना, सारिका सक्सेना, रश्मि वर्मा, उषा वर्मा, रश्मि सक्सैना आदि मौजूद थीं। ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया की यहां पर जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा था। भगवान चित्रगुप्त का प्राचीन मंदिर क्षेत्र की आस्था का प्रमुख केंद्र है। छत और दीवारों में दरारें आने व बारिश के कारण पानी टपकने से मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य कायस्थ समाज की वरिष्ठ सदस्य एवं सेवानिवृत्त शिक्षिका मंजू श्रीवास्तव के नेतृत्व में चल रहा था। मंजू श्रीवास्तव कायस्थ समाज मंदिर ट्रस्ट की अध्यक्ष भी हैं। कोतवाली में पदस्थ श्री चौहान ने अपने अधीनस्थ आरक्षक को भेजकर मंदिर परिसर में चल रहे कार्य को रोकने के मौखिक आदेश दिए। किसी धार्मिक स्थल पर कार्य रोकने का अधिकार पुलिस को नहीं, बल्कि राजस्व विभाग के तहसीलदार या एसडीएम को होता है। इस कार्रवाई से कायस्थ समाज सहित अन्य श्रद्धालुओं में आक्रोश फैल गया है। समाजजनों का कहना है कि मंदिर सौ वर्ष पुराना और अत्यंत चमत्कारिक है, जहां सभी समाजों के लोग भगवान चित्रगुप्त के दर्शन हेतु प्रतिदिन आते हैं। बारिश से क्षतिग्रस्त छत और दीवारों की मरम्मत समाजजन अपनी क्षमता से करवा रहे थे ताकि श्रद्धालुओं को असुविधा न हो। समाज के लोगों का कहना है कि भगवान चित्रगुप्त सबके आराध्य हैं, मंदिर हमारी आस्था का केंद्र है, और इस पर किसी प्रकार का अवरोध अस्वीकार्य है। ज्ञापन में कहा कि जितेंद्र सिंह चौहान ने कहा था कि कोतवाली टीआई कंचन सिंह ठाकुर के आदेश से काम रोकने का आदेश मिला था इसलिए काम रखवा दिया गया था और हमारे पास आवेदन आया था। किसके कहने से श्री चौहान ने भगवान की आस्था केंद्र में मरम्मत कार्य को रुकवाया इनका मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल और उक्त संपूर्ण जानकारी ली जाए जो भी इसमें दोषी है उसे पर सख्त कार्रवाई की जाए। उक्त ज्ञापन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को दिया गया और उन्होंने आश्वासन दिया है इस पूरे मामले की जांच पड़ताल कराई जाएगी जो भी दोषी होगा कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही कलेक्टर के नाम सिटी मजिस्ट्रेट को भी ज्ञापन दिया।