सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने नियमों को ताक पर रख प्राइवेट पेशेंट को दिया एक्स्ट्रा उपचार की सोनोग्राफी सीसीटीवी कैमरा देख कर हो जांच

सिवनी मालवा। इन दोनों सिवनी मालवा के स्वास्थ्य विभाग के हाल बेहाल हैं । वहीं स्वास्थ्य विभाग में एक मुद्दा यह भी बना हुआ है कि मंगलवार को डॉक्टर सर्जन कांति बाथम द्वारा अस्पताल में अपने निजी अस्पताल के प्राइवेट पेशेंट को बुलाकर सोनोग्राफी की गई । जिस दिन सोनोग्राफी बंद का नियम है इस नियम को हटाकर के अपने प्राइवेट पेशेंट को बुलाकर के सोनोग्राफी कर रही हैं । बता दें की सोनोग्राफी करने का नियम है कि ट्रेनर से इसे कराया जाना चाहिए जो कि डॉक्टर शेखर रघुवंशी को प्राप्त है। मगर यह पूरे नियमों को ताक पर रखकर डॉक्टर ने मंगलवार को अपने प्राइवेट पेशेंट को बुलाकर स्वयं सोनोग्राफी की । इससे यह सिद्ध होता है कि कि किस प्रकार से यहां मन मुताबिक कार्य चल रहा है । मैडम की दबंगई की भी चर्चा है। पहले भी सिवनी मालवा में खूब चर्चा रही मगर राजनीति संरक्षण प्राप्त होने के कारण हमेशा बचती नजर आती हैं । साथ ही कई सालों से अपना ट्रांसफर भी रूकवाया है । यदि इस मामले में सीसीटीवी कैमरे द्वारा जांच की गई तो पूरा मामला क्लियर हो जाएगा।
नियम अनुसार तीन दिन होती है सोनोग्राफी
सोनोग्राफी सोमवार ,बुधवार एवं शुक्रवार, को ही होती है और नियम अनुसार केवल डॉक्टर शेखर रघुवंशी को सोनोग्राफी मशीन चलने का आदेश है । केवल गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी करने का आदेश है। अब इस पूरे मामले में यह देखना है कि इन महिला डॉक्टर ने किसकी परमिशन से सोनोग्राफी मशीन चलाई एवं किसके कहने पर चलाई ।यदि इमरजेंसी मरीज की बात करें तो उन मरीजों की संख्या एक या दो हो सकती है। मगर मंगलवार को 6 से 7 सोनोग्राफी सिवनी मालवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नियम को दरकिनार कर की गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में राजनीतिक संरक्षण में शासकीय डॉक्टरों की प्राइवेट क्लीनिक एवं शासकीय उपकरणों का उपयोग कर कमाई की जा रही है ।
जब इस मामले में जिला चिकित्सालय अधिकारी डॉक्टर देहवाल को फोन लगाया गया तो वह भी मामले में जवाब देने से बचते नजर आए एवं फोन रिसीव नहीं किया