विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर जिला अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम – “एक्शन के जरिए आशा जगाना” थीम पर कार्यशाला एवं नुक्कड़ नाटक आयोजित

नर्मदापुरम। विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर जिला अस्पताल नर्मदापुरम में डिप्टी कलेक्टर डॉ. बबीता राठौर की अध्यक्षता में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस वर्ष की थीम “एक्शन के जरिए आशा जगाना” पर आधारित इस कार्यक्रम में कार्यशाला एवं नुक्कड़ नाटक का आयोजन कर जनमानस को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और आत्महत्या रोकथाम के उपायों के प्रति जागरूक किया गया।
कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. सुनीता कामले ने बताया कि बदलती जीवनशैली और बढ़ता मानसिक दबाव लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है, जिसके चलते तनाव, डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं। समय पर मदद और परामर्श से आत्महत्या जैसे कदमों को रोका जा सकता है।
इस अवसर पर डॉ. बबीता राठौर, डॉ. धनेश मिश्रा (मनोचिकित्सक), डॉ. गजेंद्र यादव, डॉ. अखिलेश सिंघल (दंत चिकित्सक), नाजिया सिद्दीकी (क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट), डॉ. अपेक्षा कानूनगो एवं डॉ. सुनीता कामले को आत्महत्या रोकथाम हेतु गेटकीपर नियुक्त किया गया। क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट नाजिया सिद्दीकी ने जिला अस्पताल में संचालित “मनकक्ष” के बारे में जानकारी दी, जहाँ मानसिक स्वास्थ्य परामर्श एवं उपचार उपलब्ध है। साथ ही उन्होंने टेलीमानस हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800-891-4416 तथा मनहित ऐप की जानकारी साझा की, जिनके माध्यम से लोग निःशुल्क मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले सकते हैं। कार्यक्रम में नर्मदा नर्सिंग कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें उपस्थित जनमानस को आत्महत्या रोकथाम के लिए जागरूक किया गया। जिला अस्पताल के मेटरनिटी, महिला एवं पुरुष वार्ड में भर्ती मरीजों एवं उनके परिजनों को आईईसी पंपलेट्स वितरित किए गए और लगभग 70 लोगों की मानसिक स्वास्थ्य स्क्रीनिंग की गई।
इस अवसर पर जिला मीडिया प्रभारी सुनील साहू, जिला रेडक्रॉस शाखा के शेरसिंह बड़कुर, निधि पटवा, रोशनी प्रजापति सहित अन्य चिकित्सा अधिकारी, कर्मचारी, नागरिक एवं अस्पताल स्टाफ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।