“राह-वीर योजना” : सड़क दुर्घटना में घायलों को समय पर अस्पताल पहुँचाकर बनें जीवनदाता, पाएं 25 हज़ार रुपए का पुरस्कार

नर्मदापुरम। सड़क दुर्घटनाओं के बाद “स्वर्णिम घंटा” (Golden Hour) के भीतर समय पर चिकित्सा सहायता मिलने से अनेक जीवन बचाए जा सकते हैं। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश शासन द्वारा “राह-वीर योजना” संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत यदि कोई नागरिक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को एक घंटे के भीतर अस्पताल पहुँचाता है, तो उसे 25 हजार रूपए नगद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा।
“राह-वीर” बनने का अर्थ है – मानवता की मिसाल पेश करना और दूसरों के जीवन की रक्षा के लिए त्वरित कदम उठाना। योजना के तहत हर वर्ष जिले से 10 सर्वश्रेष्ठ “राह-वीर” का चयन कर उन्हें 1 लाख रुपए तक का राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार भी दिया जाएगा। एक “राह-वीर” को एक वर्ष में अधिकतम 5 बार यह पुरस्कार प्रदान किया जा सकता है।
योजना के तहत पात्रता: कोई भी नागरिक जो किसी गंभीर रूप से घायल व्यक्ति (सिर की चोट, स्पाइनल इंजरी, फ्रैक्चर, सर्जरी की आवश्यकता या मृत्यु की स्थिति आदि) को सड़क दुर्घटना के एक घंटे के भीतर अस्पताल पहुँचाता है, वह इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकता है।