जल संरक्षण को समर्पित कार्यक्रम में नवांकुर साथी सामाजिक सेवा समिति संस्था का सराहनीय प्रयास

आनंद कुमार नामदेव
जन अभियान परिषद के मार्गदर्शन में पोस्टर मेकिंग अभियान के माध्यम से जनजागरण
नर्मदापुरम जिले में जन अभियान परिषद के “जल गंगा संवर्धन अभियान” के अंतर्गत एक प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जल संरक्षण और जल संवर्धन को लेकर जन जागरूकता फैलाने का सफल प्रयास किया गया। यह आयोजन नव अंकुर संस्था और साथी सामाजिक सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम का संचालन जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री पवन सहगल जी एवं ब्लॉक समन्वयक श्री नरेंद्र देशमुख जी के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण के रूप में पोस्टर मेकिंग अभियान आयोजित किया गया, जिसमें स्थानीय विद्यालयों और कॉलेजों से आए हुए लगभग 80 छात्र-छात्राओं ने सक्रिय भागीदारी की।
संस्था के अध्यक्ष नीरज चतुर्वेदी ने इस अवसर पर कहा,
यदि हम आज जल की एक-एक बूंद को संजोकर नहीं रखेंगे, तो आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध जल उपलब्ध कराना कठिन हो जाएगा। जल प्रकृति का अनमोल उपहार है और इसका संरक्षण प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। हमें जल का अपव्यय रोककर इसका विवेकपूर्ण उपयोग करना चाहिए।”
कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने अपने रचनात्मक पोस्टरों के माध्यम से “जल ही जीवन है” की भावना को प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत किया। उनके पोस्टरों में जल संकट, जल संरक्षण की विधियाँ, जल की महत्ता, तथा इससे जुड़े सामाजिक संदेशों को कलात्मकता के साथ दर्शाया गया।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को संस्था द्वारा सम्मानित किया गया तथा उन्हें प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार प्रदान किए गए, जिससे उनमें उत्साह का संचार हुआ और भविष्य में ऐसे सामाजिक सरोकार वाले कार्यों में भाग लेने की प्रेरणा मिली। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संस्था के सदस्य, आमंत्रित अतिथि, एमएसडब्ल्यू (MSW) तथा बीएसडब्ल्यू (BSW) के छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहे। सभी ने जल संरक्षण के महत्व को समझते हुए इस मुहिम का समर्थन किया और संकल्प लिया कि वे अपने-अपने स्तर पर जल बचाने के प्रयास करेंगे।
कार्यक्रम का समापन जल की महत्ता पर आधारित सामूहिक शपथ के साथ हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने जल बचाने का संकल्प लिया। इस प्रकार यह आयोजन न केवल जागरूकता का माध्यम बना बल्कि जल संरक्षण के लिए एक सार्थक कदम भी सिद्ध हुआ।