ओलंपियाड में प्रतिभागी सभी बच्‍चों ने जिले का नाम रोशन किया है : कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना

नर्मदापुरम। जिले के 32 छात्रों ने हाल ही में आयोजित राज्य स्तरीय ओलंपियाड में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जबकि छात्र उदय नागले ने विज्ञान प्रदर्शनी में राज्य स्तरीय प्रथम स्थान प्राप्त किया। इन छात्रों को कलेक्टर सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना और मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत द्वारा प्रोत्साहित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन जिला परियोजना समन्वयक डॉ. राजेश जायसवाल ने किया। कलेक्टर सुश्री मीना ने छात्रों और उनके पालकों के बीच समन्वय के महत्व को रेखांकित किया और शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डाला। मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत ने बच्चों के आत्मविश्वास और निर्भीकता की सराहना करते हुए ओलंपियाड को ओलंपिक खेलों के समान महत्वपूर्ण बताया।

सहायक परियोजना समन्वयक प्रभारी अकादमिक प्रदीप चौहान ने ओलंपियाड के तीन स्तरों की जानकारी दी, जिसमें कक्षा 2 और 3 के लिए हिंदी, अंग्रेजी, गणित; कक्षा 4 और 5 के लिए हिंदी, अंग्रेजी, गणित, पर्यावरण; और कक्षा 6 से 8 के लिए हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, संस्कृत विषय शामिल थे। जिले स्तर पर प्रत्येक कक्षा और विषय से एक-एक विद्यार्थी का चयन राज्य स्तरीय कार्यक्रम के लिए किया गया था।

डॉ. राजेश जायसवाल ने बताया कि 20,775 बच्चों ने जन शिक्षा केंद्र पर प्रतिभाग किया, जिनमें से 3,570 छात्र विकासखंड स्तर पर थे। अंततः जिले स्तर पर 32 होनहार छात्रों का चयन हुआ। उन्होंने खुशी व्यक्त की, कि इनमें से ज्यादातर बच्चे पहली बार कलेक्ट्रेट नर्मदापुरम आए हैं।

खूब खेले – खूब पढ़े सभी बच्‍चे : कलेक्‍टर

कार्यक्रम के दौरान विज्ञान प्रदर्शनी एवं ओलंपियाड में जीतने वाले बच्चों से कलेक्टर ने कहा कि आप सभी बच्चों ने अपने अपने शिक्षकों माता-पिता, स्कूल, समाज तथा समस्त जिले को सभी को गौरवान्वित किया है। आप सभी पर हम सबको गर्व है। कलेक्टर ने कहा कि कि हम सभी को विश्वास है कि आप सभी भविष्य में भी इसी तरह जिले का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने बच्चों से कहा कि सभी बच्चे खूब खेलें तथा खूब पढ़े लेकिन पढ़ाई मनोरंजन तथा खेलकूद सभी का समय निर्धारित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह समय आप सभी के लिए भविष्य निर्माण की दृष्टि से बहुत ही बहुमूल्य है। कलेक्टर ने कहा कि मैं आशा करती हूं कि सभी बच्चे आगे जीवन में हर प्रकार की परीक्षाओं में अव्वल स्थान प्राप्त करें।

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बच्चों की इस उपलब्धि के लिए उनके शिक्षकों को भी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह सब शिक्षकों की मेहनत का ही प्रतिफल है, शिक्षकों के ही कारण बच्चों का शैक्षणिक तथा व्यक्तित्व विकास होता है। उन्होंने कहा कि बच्चों की उपलब्धि पर इस प्रकार प्रोत्साहन देने से उनका मनोबल भी बढ़ता है इसलिए ऐसी गतिविधियां की जाती रहनी चाहिए।

कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में शिक्षकों के साथ ही बच्चों के अभिभावकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बच्चों में अच्छे संस्कार अंकुरित कर उनको सिंचित करने की जवाबदारी उनके माता पिता की ही होती है, मां-बाप ही होते हैं जो अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए अपना तन–मन–धन सब कुछ लगा देते है।

साथ ही कलेक्टर ने कहा कि बच्चों के अंदर सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना तथा जीवन जीने का सलीका एवं जीवन में आने वाली हर कठिनाइयों का सामना करना सिखाने की जिम्मेदारियां का निर्वहन भी माता-पिता ही करते हैं इसलिए मैं उन सभी को भी बच्चों की इस उपलब्धि के लिए बहुत सारी बधाइयां एवं शुभकामनाएं।

जिले की विभिन्न शासकीय शालाओं के कक्षा 2 से लेकर कक्षा आठवीं तक कुल 32 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया था जिनमें से 7 विद्यार्थियों ने अंग्रेजी विषय के राज्य स्तरीय ओलिंपियाड में हिस्सा लिया।

 

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