कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर में कृषि विज्ञान मेला हुआ सम्पन्न

रिपोर्टर:- राजकुमार पटेल
बनखेड़ी । किसानो को दी गई उन्नत कृषि तकनीक कि जानकारी सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन “आत्मा” योजना अंतर्गत जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला सह प्रदर्शनी का आयोजन 12 मार्च 2025 को कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर में किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा अजीत सिंह मंडलोई सभापति जिला कृषि स्थाई समिति, जिला पंचायत नर्मदापुरम के मुख्य आथित्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष श्रीमती पूनम पटेल, उपाध्यक्ष भाऊसाहब भुस्कुटे स्मृति लोक न्यास गोविंदनगर उम्मेद सिंह पटेल, मकरन सिंह पटेल, श्रीमती पूजा अग्रवाल, सहसचिव केशव माहेश्वरी, कोषाध्यक्ष शैलेंद्र जैन, बोर्ड मेंबर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नीति राज पटेल, उपसंचालक कृषि जे.आर हेडाऊ, अनुविभाग अधिकारी राजस्व सुश्री अनीषा श्रीवास्तव, कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर विनोद बेड़ा, कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर दीपक खांडे, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर संजीव कुमार गर्ग एवं भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह राजपूत एवं जिला नर्मदापुरम के विभिन्न विकासखंडो से आए हुए किसान बंधु उपस्थित रहे साथ ही आभासी रूप से जुड़े क्षेत्रीय लोकप्रिय सांसद श्री दर्शन सिंह चौधरी आभासी रूप से कार्यक्रम में सम्मिलित हुए ।
उपसंचालक कृषि द्वारा कार्यक्रम का परिचय एवं रूपरेखा से अवगत कराते हुए बताया गया कि इस कृषि विज्ञान मेले का उद्देश्य किसानों के बीच उन्नत कृषि तकनीक एवं जैविक प्राकृतिक खेती के प्रति किसानों को जागरूक करना है। उन्होने किसानों से आग्रह किया गया की ग्रीष्मकालीन मूंग को शीघ्र पकाने या सूखने के लिए निंदानाशक रसायन विशेष कर ग्लाइकोसाइड, पैराक्वेट का प्रयोग ना करें। मूंग फसल में इन रसायनों के प्रयोग से हमारे पर्यावरण के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है, मूंग की बोनी भी विलंब से ना करें ।
किसान भाई ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल में अत्यधिक मात्रा में कीटनाशी रसायनों का प्रयोग ना करेंI मूंग की फसल में आवश्यकता पड़ने पर ही अनुशंषित मात्रा में रसायनों का प्रयोग करें तथा जैविक व प्राकृतिक विधियों से तैयार निमास्त्र, जीवामृत, बीजाअमृत, घनजीवा अमृत आदि के प्रयोग से विषरहित स्वास्थ्य वर्धक अनाज का उत्पादन करें । लोकसभा सांसद माननीय श्री दर्शन सिंह चौधरी द्वारा मेले के किसानों को वर्चुअल संबोधित कर श्री अन्न मिलेट्स की खेती तथा प्राकृतिक व जैविक खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया गया । सांसद जी द्वारा बताए गया कि हमारा जिला मूंग एवं गेहूं के उत्पादन में हमेशा से ही अग्रणी जिला रहा है, उन्होंने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए जमीन स्तर पर क्रियान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओ और व्यवस्थाएं जैसे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी, सिंचाई व्यवस्था, बिजली व्यवस्था के संबंध में त्वरित किसान हितेषी निर्णय लिए जाने पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आभार व्यक्त किया ।
सांसद प्रतिनिधि एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के बोर्ड मेंबर श्री नीति राज पटेल के द्वारा किसानों को संबोधित कर बताया गया कि आप किसान भाइयों के सहयोग से मोटे अनाज जैविक खेती कर मानव समाज व प्रकृति को सुरक्षित व् संरक्षित किया जा सकता है ।
उम्मेद सिंह पटेल द्वारा बताया गया कि जिस तरह से मैं अपने परिवार एवं समाज के लिए जैविक खेती कर रहा हूं वैसे ही आप भी अपने खेत के लिए छोटे से रकबे में जैविक खेती की शुरुआत करें और अपने परिवार के सदस्यों को रासायनिक विषमुक्त भोजन परोसे ।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पिपरिया सुश्री अनिषा श्रीवास्तव ने किसानों को कृषि विज्ञान मेले के माध्यम से कृषि में वैज्ञानिक तकनीक सीख कर अपनी कृषि में उपयोग कर उन्नत खेती करें एवं भूमि की सुरक्षा एवं उर्वरता को बनाए रखने के दायित्व के प्रति जागरूक किया ।
अजीत मंडलोई कृषि स्थाई समिति द्वारा फसलों में जहरीली दवाओं का इस्तेमाल कम से कम कर जैविक एवं प्राकृतिक खेती करने हेतु प्रोत्साहित किया गया ।
तकनीकी सत्र के दौरान डॉक्टर संजीव कुमार गर्ग द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र की भूमिका एवं नरवाई प्रबंधन व प्राकृतिक खेती की कृषि की पद्धति की जानकारी दी गई । कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर दीपक खांडे द्वारा ग्रीष्मकालीन मूंग उत्पादन तकनीक एवं मूंग की खेती में रसायनों का कम से कम उपयोग करें तथा एक ही प्रकार के कीटनाशक का प्रयोग बार-बार न करके अलग-अलग प्रकार के कीटनाशकों का प्रयोग करने की सलाह दी गई । कृषि वैज्ञानिक डॉ. विनोद बेड़ा द्वारा फसलो की उन्नतशील किस्मो की जानकारी दी गई । कृषि वैज्ञानिक डॉ. बृजेश कुमार नामदेव द्वारा जैविक पोध संरक्षण पर जानकारी प्रदान की गई ।
कार्यक्रम में कृषक वैज्ञानिक संवाद के दोरान कृषक श्री भूपेन्द्र सिंह पटेल द्वारा अपने जैविक एवं प्राकृतिक खेती के अनुभव साझा किए गए । उसी के साथ साथ कृषक श्री रमेश मेहरा, प्रमोद दुबे एवं श्री शरद वर्मा द्वारा भी अपने जैविक एवं प्राकृतिक खेती के अनुभव साझा किए गए ।
कार्यक्रम में 30 से अधिक कृषि प्रदर्शनी लगाई गई जिसमें कृषि एवं कृषि से संबंधित विभाग एवं कृषि से जुड़ी संस्थाओं द्वारा कृषि आदान, उत्पाद एवं उन्नत तकनीको का जिवंत प्रदर्शन किया गया । एवं जिले के प्रगतिशील कृषको के द्वारा भी किया जा रहे उत्पादित फसलों की प्रदर्शनी लगाई गई ।
अंत में “आत्मा” योजना अंतर्गत सर्वोत्तम जिला स्तरीय,विकासखंड स्तरीय एवं सर्वोत्तम कृषक समूह के पुरस्कार के प्रमाण पत्र वितरित किए गए । कृषि विज्ञान केंद्र में किया जा रहे हैं उन्नत कार्य हेतु आर्या परियोजना के अंतर्गत हितग्राही कृषकों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए कार्यक्रम में प्रदर्शनियों तथा कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में लगाए गए उन्नत कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन डॉक्टर संजीव गर्ग, डॉ राजेंद्र पटेल द्वारा अतिथियों को करवाया गया ,कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक, सहायक संचालक कृषि, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, कृषि विस्तार अधिकारी, बी टी एम्, ए टी एम एवं जिले के 1200 से अधिक कृषक गण उपस्थित रहें अंत में कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन, उप परियोजना संचालक “आत्मा” श्री गोविंद मीणा द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम का समापन हुआ ।