मां नर्मदा के तट से आज निकलेगी भव्य कलश यात्रा -श्रीराम चरित्र मानस महायज्ञ और रामकथा कल से

जिला व्यूरो कमल राव चव्हाण:-
नर्मदापुरम। चातुर्मास में अखंड रामचरित्र मानस का पाठ करते हुए उसके समापन अवसर पर श्रीराम चरित्र मानस महायज्ञ और श्रीरामकथा के आयोजन का सिलसिला बीते 19 वर्ष से लगातार जारी है। मां नर्मदा के पावन तट पर धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन नर्मदा के दक्षिण तट खरखेडी में इस वर्ष भी किया जा रहा है। यहां पर 10 दिन तक श्री राम चरित्र मानस महायज्ञ और रामकथा का आयोजन कलश यात्रा के साथ हो जाएगा। मां नर्मदा के अनन्य भक्त व समाजसेवी संत स्वामी श्रीब्रम्हानंद उदासीन महाराज की सद्प्रेरणा व सानिध्य में यह आयोजन खरखेड़ी के नर्मदा तट के पटेघाट पर 19 वर्ष से जारी है। जिसमें पूरे क्षेत्र के दर्जनों गांवों के हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। यहां पर महायज्ञ कल से पं हरिओम दुबे के आचार्यत्व में शुरू होगा। स्वामी ब्रम्हानंद महाराज के आशीर्वाद यह धार्मिक अनुष्ठान शुरू हुआ है। इस मौके पर कथा वाचक के रूप में साध्वी जयप्रिया जी के मुखारविंद से रामकथा प्रतिदिन दोपहर 01 बजे से सायं 4.30 बजे तक जारी रहेगी।
प्रतिदिन पांच घंटे छोडेंगे आहुतियां
पटेघाट के बाजू में बनी यज्ञशाला में आहुतियां प्रतिदिन प्रात:07 बजे से 12 बजे तक डाली जाएंगी। आहुतियां छोडने वाले यजमानों को मंत्रोच्चार से शुद्धिकरण कराकर यज्ञ शाला में प्रवेश दिलाया जाएगा। इन जोडों को एक दिन पूर्व से ही मां नर्मदा में स्नान कराने के बाद यज्ञशाला में ले जाया गया। यहां पर सुबह अग्नि प्रज्ज्वलित की जाएगी।
कलश यात्रा निकालने के दूसरे दिन से यज्ञ व श्रीरामकथा प्रारंभ होगी। रामकथा का समापन और महायज्ञ की पूर्णाहुति 15 दिसंबर को होगी। समापन अवसर पर भंडारे का आयोजन किया जाएगा। आयोजन समिति के सदस्यों और ग्रामवासियों ने इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होकर पुण्य लाभ लेने की अपील की है।