बलरामपुर पुलिस ने पकड़ा अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोहः चाइनीज लोन ऐप से लोगों को ठगकर 8 करोड़ से अधिक की रकम विदेश भेजने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार

*बलरामपुर पुलिस ने पकड़ा अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोहः चाइनीज लोन ऐप से लोगों को ठगकर 8 करोड़ से अधिक की रकम विदेश भेजने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार*
बलरामपुर पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी और हवाला नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये लोग चाइनीज लोन ऐप्स के जरिए आम लोगों से ठगी कर रहे थे। वसूली गई रकम हवाला के जरिए पाकिस्तान तक भेज रहे थे।
गिरोह का सरगना अभी फरार है और पुलिस को आशंका है कि वह विदेश में बैठकर पूरे रैकेट को संचालित कर रहा है। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि इस गिरोह ने अब तक 8 करोड़ 15 लाख 57 हजार 825 रुपये विदेशी खातों में ट्रांसफर किए हैं।
हवाला नेटवर्क के माध्यम से विदेश भेज दिए जाते थे पैसे
लोगों को आसान लोन का लालच देकर ऐप डाउनलोड कराया जाता था। ऐप में आधार कार्ड, पैन नंबर, बैंक डिटेल्स भरते ही खाते में 1200 से 2000 रुपये भेजे जाते थे। फिर 7 दिन में रकम लौटाने की धमकी दी जाती। जो पैसा वापस नहीं करता, उसे मोबाइल से ली गई पर्सनल फोटो और डेटा को एडिट कर वायरल करने की धमकी दी जाती थी। डर के मारे लोग रकम लौटा देते, कभी-कभी दुगना-तिगुना ब्याज भी देना पड़ता।
पाकिस्तान से जुड़े हैं कनेक्शन
पुलिस जांच में सामने आया कि इस रैकेट का पाकिस्तान से सीधा संबंध है। अब तक 30 से अधिक पाकिस्तानी नंबरों से बातचीत की पुष्टि हुई है। इनमें से एक नंबर की पहचान भी हो चुकी है। जिससे लगातार संपर्क होता था। गिरोह के हर सदस्य को कमीशन मिलता था।
गिरोह में हर व्यक्ति का काम बंटा हुआ था। जिन खातों में लोन की रकम जाती थी, उन्हें 5% कमीशन मिलता था। हवाला एजेंट पैसा बदलने का चार्ज लेते थे। सरगना खुद 10% रखता था। बाकी पैसा पाकिस्तान या अन्य देशों को भेजा जाता था।
प्रदीप कुमार सिंह, फतेहगढ़ (फर्रुखाबाद), सत्यदेव, काशीपुर लौकावा (बलरामपुर), लवकुश वर्मा, औलाद नगर परासिया (बलरामपुर), जयप्रकाश, भैया दी लालपुर (बलरामपुर) और एक आरोपी बिहार का है। जो फिलहाल दिल्ली में रह रहा था। इनमें से कुछ आरोपी पहले भी साइबर क्राइम में जेल जा चुके हैं। पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।