परियोजना इटारसी में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत परियोजना स्तर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन

नर्मदापुरम। परियोजना इटारसी में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के वार्षिक कैलेंडर अनुसार अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि पार्षद श्रीमती गीता पटेल सभापति नलजल योजना पार्षद श्रीमती मनीषा अग्रवाल, वन स्टाप सेंटर पूर्व काउंसलर जिला नर्मदापुरम श्रीमती रीना गौर शिक्षिका श्रीमती कविता उपाध्याय, अधीक्षक अनु जन जाजाति छात्रावास श्रीमती शीला मालवीय, अधीक्षक एससी गर्ल्स हॉस्टल इटारसी श्रीमती ज्योति शर्मा, श्रीमती आशी जैन (ICT इंस्ट्रक्टर), तथा स्वास्थ्य विभाग से एएनएम श्रीमती शिवानी झारिया द्वारा दीप प्रज्वलन और कन्या पूजन से किया गया। बालिकाओं का स्वागत पुष्पमालाओं और तिलक से किया गया।
इसके पश्चात नवजात बालिकाओं को उपहार किट वितरण, प्रतिभावान बालिकाओं का सम्मान, खेलकूद प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन हुआ। बालिकाओं ने नृत्य, समूह गीत और नाटक के माध्यम से समाज में बालिकाओं के सम्मान, शिक्षा और सुरक्षा का संदेश दिया। सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण किए गए!
कार्यक्रम के अंतर्गत पौधारोपण अभियान भी चलाया गया, जिसमें अतिथियों एवं उपस्थित बालिकाओं ने परिसर में पौधे रोपित किए और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। इसी क्रम में आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम “अपराजिता अभियान” का शुभारंभ किया गया, जिसमें किशोरी बालिकाओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया। प्रशिक्षक आशी अहिरवार द्वारा आत्मरक्षा की तकनीकें, सतर्कता उपाय और आत्मविश्वास बढ़ाने के उपाय अनुसूचित जाति छात्रावास की बालिकाओं को सोमवार से सिखाए जाएंगे
साथ ही राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत 11 अक्टूबर की थीम “एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों पर जागरूकता” के तहत एक विशेष सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में बालिकाओं को बताया गया कि एकल उपयोग वाले प्लास्टिक हमारे पर्यावरण, मिट्टी और जल स्रोतों के लिए कितना हानिकारक है। उन्हें पर्यावरण-अनुकूल विकल्प अपनाने, पुन: उपयोग योग्य वस्तुओं के प्रयोग और स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रेरित किया गया। इसके अलावा आंगनवाड़ी परिसरों की सफाई अभियान एवं पर्यावरण जागरूकता रैली भी आयोजित की गई।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग, परियोजना इटारसी की टीम द्वारा सक्रिय सहभागिता की गई।
इस अवसर पर प्रभारी परियोजना अधिकारी श्रीमती दीप्ति शुक्ला ने कहा कि “बालिका समाज की नींव हैं, उनकी शिक्षा और सुरक्षा से ही देश का भविष्य सशक्त होगा।” पर्यवेक्षक श्रीमती अर्चना बस्तवार ने ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना’ के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और बताया कि प्रत्येक स्तर पर समाज को बालिकाओं के हित में सकारात्मक सोच विकसित करनी चाहिए। श्रीमती रेखा चौरे ने उपस्थित महिलाओं और बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण का महत्व समझाया।
श्रीमती राखी मौर्य ने पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से बालिकाओं को प्रकृति से जुड़ने का संदेश दिया।
श्रीमती मीना गाठले ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका और सामुदायिक सहभागिता की आवश्यकता पर अपने विचार रखे साथ ही मंच संचालन किया वहीं पोषण अभियान समन्वयक सुश्री हिना खान ने कहा कि “सही पोषण हर बालिका का अधिकार है, और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर बेटी स्वस्थ, शिक्षित और आत्मनिर्भर बने।”
इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं, किशोरियां एवं क्षेत्र की महिलाएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहीं। सभी ने मिलकर यह संदेश दिया कि बालिकाओं का सम्मान, सुरक्षा और शिक्षा ही विकसित करना ही समाज की पहचान है। दीप्ति शुक्ला द्वारा कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन किया गया