शासकीय महाविद्यालय डोलरिया मे राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन
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संवाददाता विकास गौतम : शासकीय महाविद्यालय डोलरिया में दिनांक 18.08.2023 को राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया, जिसका विषय “आजादी के 75 वर्षों का अमृतकाल-एक विमर्श”| डॉ कामिनी जैन प्राचार्य शासकीय गृहविज्ञान अग्रणी महाविद्यालय, नर्मदापुरम के मार्गदर्शन मे, राष्ट्रीय स्तर के वेबीनार का आयोजन किया गया जिसमे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मोहर सिंह हिंडोलिया ने अपने संबोधन के साथ इसकी विधिवत शुरुआत की तथा मुख्य वक्ताओं का स्वागत उद्बोधन दिया |
उक्त वेबीनार मे ऑनलाइन माध्यम से जुड़े हुए मुख्य वक्ताओं ने अपने वक्तव्य दिए तथा ऑनलाइन माध्यम से जुड़े हुए राष्ट्रीय स्तर के प्रतिभागी एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने इसका लाभ लिया | प्रोफेसर डॉ. चंदन कुमार सी.एम.पी डिग्री महाविद्यालय,इलाहबाद, उत्तरप्रदेश ने अपने वक्तव्य मे शिक्षा की अभिवृद्धि के साथ मूल अधिकारों के प्रति चेतना में वृद्धि हुई हैं, लेकिन मूल कर्तव्य के दायित्वों के निर्वहन का अभाव हैं | लोकतांत्रिक मूल्य और परंपराओं के रक्षण के प्रति भारत हमेशा संवेदनशील रहा है | सरकार को विपक्ष और अन्य आलोचकों के प्रति सहिष्णु रहना चाहिए |
प्रोफेसर डॉक्टर अशोक कुमार निगम, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय, मुजफररपुर, बिहार ने अपने वक्तव्य मे कहा की महिला ,दलित एवं वंचित वर्गों के उत्थान के लिए और प्रयास करना है | भारत भले ही अंतरविरोधो से ग्रसित हो, लेकिन इसके बावजूद आने वाले 25 वर्षों में भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है |
शिक्षाविद श्री कुलदीप सिंह भदौरिया ने अपने शोधपत्र “सदियों से संचित भारतीय स्त्रियों की चेतन-एक विमर्श” का वाचन किया जिसमे भारत का विमर्श भारत की दृष्टि से होना चाहिए | भारत की स्त्रियों की चेतना को पश्चिमी वामपंथी नारीवाद की दृष्टि से देखा जाता है जबकि भारतीय स्त्रियों की चेतना स्वतःस्फूर्त है जो कि समय-समय पर समाज को समृद्ध करती है | शिक्षाविद डॉ पंकज साहू ने “आजादी के 75 वर्षों का अमृतकाल-एक विमर्श” तथा शिक्षाविद डॉ वंदना नामदेव ने “भारत की आजादी के 75 वर्षों का अमृतकाल-एक विमर्श मे पुस्तकों के विकास और डिजिटलीकरण को बढ़ावा सरकार की एक पहल” विषय पर अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए |
महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ शैलेन्द्र मालवीय ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के वेबीनार की संयोजक डॉ कृष्णा राय चौहान ने ऑनलाइन के माध्यम से वेबीनार का संचालन किया तथा महाविद्यालय के डॉ विनोद राय, श्री गौरव वर्मा तथा शासकीय कन्या महाविधालय सिवनीमालवा से डॉ गजेन्द्र वाईकर ने तकनीकी इसमें अपना सहयोग प्रदान किया तथा महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन के माध्यम से इस वेबीनार से जुड़कर ज्ञान अर्जित किया | अंत में धन्यवाद प्रस्ताव श्रीमती प्रेमलता पाटिल ने दिया, जिसमें उन्होंने महाविद्यालय के समस्त प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगी जुड़े हुए लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया |