नवनिर्मित संघ कार्यालय में राष्ट्रहित में अनेक सेवा कार्य होंगे – मध्य प्रांत संघचालक अशोक पांडे

आनंद कुमार नामदेव

स्व. भैयाजी चन्नै स्मृति सेवा न्यास, द्वारा नवनिर्मित संघ कार्यालय ‘भारत भवन’ का लोक उद्घाटन आयोजित किया गया। कार्यक्रम शाम सदर बाजार स्थित में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ मां भारत माता की पूजन अर्चन,दीप प्रज्वलन एवं स्वयं सेवकों द्वारा नर्मदाष्टक के गायन से किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में समेरिटंस ग्रुप ऑफ स्कूल्स के निदेशक डॉ. आशुतोष शर्मा उपस्थित रहे। मुख्य वक्ता मध्यभारत प्रांत के प्रांत संघचालक अशोक पांडे थे। शिक्षा विद डॉ आशुतोष शर्मा द्वारा दी गई भूमि, पर संघ कार्यालय बनाया गया हैं। मुख्य वक्ता मध्यभारत प्रांत के प्रांत संघचालक अशोक पांडे ने कहा कि यह कार्यालय संघ कार्य की प्रेरणा देगा। इसका वातावरण सकारात्मक और प्रेरणादायक बनाए रखना प्रत्येक स्वयंसेवक का कर्तव्य है। संघ कार्य का विस्तार करने के उद्देश्य से इस भवन की स्थापना की गई है। इसके माध्यम से संघ कार्य और अधिक प्रभावी रूप से संचालित किया जाएगा।
1937 में नर्मदापुरम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पहली शाखा लगाई गई । संघ के संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार नागपुर से बाबा साहब आप्टे और त्र्यंबक शिलेदार के साथ यहां पहली बार आए। अधिवक्ता नारायण प्रसाद दुबे को प्रथम स्वयं सेवक एवं संघ चालक नियुक्त किया। कसेरा मोहल्ले में पहली शाखा लगाई, श्रीराम लोहिया मुख्य शिक्षक रहे। डॉ. हेडगेवार जब दूसरी बार नर्मदापुरम आए, तब शाखा में 60 स्वयंसेवक उपस्थित थे। उन्होंने 19 अगस्त 1937 को अपने पत्र में इसका उल्लेख किया। संघ के कार्य को बढ़ाने ने मोघेजी, द्रोणाचार्यजी, नंदकिशोर शुक्ला, रामगोपाल वर्मा, गोपाल येवतीकर, अनिल आयचित, निरंजन शर्मा, गनंद मुजुमदार, वैभव सुरंगे, नवल शर्मा, वृजकिशोर भार्गव, राजेश शर्मा, ओम सिसोदिया, सुरेश जैन, सुरेंद्र सोलंकी, जितेंद्र गुर्जर, रामवीर कौरव और शिवशंकर ने विशेष योगदान दिया।
विभाग संघ चालक धन्नालाल दोगने, मध्यभारत प्रांत प्रचारक विमल गुप्ता, सह व्यवस्था प्रमुख निरंजन शर्मा, रामवीर कौरव, भार्गव, जितेंद्र, चाणक्य बक्सी, बृजकिशोर और विभाग प्रचारक नरेंद्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद माया नारोलिया, दर्शन सिंह चौधरी और विधायक विजयपाल ने भी सहभागिता की। बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

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