प्राकृतिक एवं जैविक तकनीक से गोपाल प्रसाद कुशवाहा ने ब्रोकली की खेती कर अर्जित किया शुद्ध मुनाफा

जिला व्यूरो कमल राव चव्हाण:-
नर्मदापुरम । विकासखंड बनखेड़ी के ग्राम तिंदवाड़ा के प्रगतिशील कृषक गोपाल प्रसाद कुशवाहा, पिता गोवर्धन कुशवाहा ने जैविक एवं प्राकृतिक कृषि तकनीकों को अपनाकर सब्जी उत्पादन विशेषकर ब्रोकली की खेती में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। आत्मा योजनांतर्गत तकनीकी मार्गदर्शन एवं बीज सहायता प्राप्त कर श्री कुशवाहा ने 1 एकड़ में ब्रोकली की खेती कर लगभग 4 लाख 11 हजार 500 का शुद्ध लाभ अर्जित किया।
उन्होंने SAKAI की ग्रीन मैजिक किस्म के ब्रोकली बीज से खेती की, जिसमें कुल लागत 28 हजार 500 रही। उन्होंने खेत की तैयारी, जैविक खाद (गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट), छाछ व दशपर्णी अर्क का प्रयोग, और सीधे स्थानीय बाजार में विक्रय जैसी तकनीकों का उपयोग किया। 1 एकड़ में लगाए गए 12,000 पौधों से उन्हें कुल 110 क्विंटल उत्पादन प्राप्त हुआ, जिसका औसत बाजार मूल्य 40 रुपए प्रति किलो रहा। कुल ₹4 लाख 40 हजार की आय के मुकाबले उन्हें 4 लाख 11 हजार 500 का लाभ प्राप्त हुआ।
कुशवाहा के पास तीन गायें हैं, जिनसे प्राप्त गोबर व गौमूत्र से वे स्वयं जीवामृत, धनजीवामृत, एजेटोबैक्टर, पीएसबी कल्चर आदि तैयार करते हैं। वे चावल, गेहूं, मूंग तथा अन्य सब्जियों का उत्पादन कर सीधे साप्ताहिक बाजार में विक्रय करते हैं जिससे उनकी आय में लगातार वृद्धि हो रही है।
उनकी उत्कृष्ट कृषि उपलब्धियों के लिए उन्हें वर्ष 2023-24 में “आत्मा योजनांतर्गत उद्यानिकी श्रेणी” में जिला स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार प्रदान किया गया। 26 जनवरी 2024 को आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में उन्हें 25 हजार की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया।
कुशवाहा की यह उपलब्धि जैविक खेती की दिशा में प्रेरणादायक है और अन्य किसानों को नवीन तकनीकों के प्रयोग हेतु प्रोत्साहित करती है।