अवकाश के दिनों में भी समग्र ई केवायसी केन्द्र रहें एक्टिव, पंचायतवार लक्ष्यों का निर्धारण कर ई केवाईसी की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाए :- कलेक्टर सोनिया मीना

नर्मदापुरम । कलेक्टर ने जल संरक्षण एवं संसाधनों के पुनर्जीवन हेतु संचालित जल गंगा संवर्धन अभियान की समीक्षा करते हुए निर्देश जारी किए कि अभियान के तहत जिले में जागरूकता कार्यक्रम, कुएं, तालाब, बावड़ियां एवं नदियों की सफाई, पुनरुद्धार कार्य एवं अन्य जल संरक्षण से संबंधित गतिविधियां नियमित रूप से आयोजित की जाएं।
कलेक्टर ने कहा कि जल संरक्षण आज की महती आवश्यकता है और इस दिशा में निरंतर प्रयास करते हुए सभी संबंधित विभागों को कार्य योजना तैयार कर सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि आमजन को अभियान से जोड़ते हुए जन-जागरूकता को बढ़ाया जाए, ताकि जल स्रोतों का सतत संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने सभी विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए लक्ष्य निर्धारित करें। सभी अधिकारी विभागीय योजनाओं में विगत वर्ष की उपलब्धियों की तुलना कर वर्तमान वर्ष के लिए भी लक्ष्य तैयार करें। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि सभी विभागीय बैठकें एवं समितियों की आवश्यक बैठकें समय-समय पर आयोजित की जाएं।
कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे निरीक्षण कार्यक्रम तैयार करें और अधीनस्थ कार्यालयों व योजनाओं की प्रगति की नियमित समीक्षा हेतु भ्रमण करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शासकीय कार्यों और योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ-साथ अधिकारी नवाचारों पर भी विशेष ध्यान केंद्रित करें, ताकि कार्यप्रणाली में गुणवत्ता और दक्षता लाई जा सके। कलेक्टर ने शासकीय कार्यक्रमों एवं आयोजनों में प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने अधीनस्थों को भी इस संबंध में स्पष्ट रूप से अवगत कराएं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सभी जनपद पंचायत सीईओ को कृषि विभाग द्वारा प्रदत्त सूची के अनुसार “नरवाई मुक्त ग्रामों” का सत्यापन करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर सुश्री मीना ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जिन ग्रामों को नरवाई मुक्त घोषित किया गया है, वहां अब वास्तव में नरवाई नहीं जलाई जा रही है। कलेक्टर ने सभी विभाग प्रमुखों को ई-ऑफिस प्रणाली के तहत प्रेषित की जाने वाली फाइलों के साथ संलग्न दस्तावेजों का विस्तृत परीक्षण कर उन्हें सही तरीके से अग्रेषित करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान जिला पंचायत के सीईओ श्री सौजान सिंह रावत, अपर कलेक्टर श्री डीके सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट श्री बृजेन्द्र रावत सहित अन्य जिला अधिकारी उपस्थित रहे।