मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना से 1 वर्ष की सांईश्रुति का हुआ सफल हृदय उपचार

नर्मदापुरम। मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना उन बच्चों के लिए संजीवनी साबित हो रही है, जिनके परिवार आर्थिक कारणों से महंगे हृदय उपचार कराने में सक्षम नहीं हैं। यह योजना जरूरतमंद बच्चों को एक स्वस्थ जीवन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। नर्मदापुरम जिले की 1 वर्षीय साईं श्रुति गौर का भी मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के अंतर्गत सफल हृदय उपचार अपोलो राजश्री हॉस्पिटल, इंदौर में किया गया। इस योजना के माध्यम से बच्ची के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की गई, जिससे वे निःशुल्क सर्जरी करा सके। नर्मदापुरम निवासी निखिल और मोनिका गौर की पुत्री साईं श्रुति को जन्मजात हृदय संबंधी समस्या थी, जिससे उसकी धड़कन सामान्य से तेज चल रही थी। कई बड़े अस्पतालों में परामर्श के बाद भी बच्ची की सर्जरी संभव नहीं हो पाई, क्योंकि उसका वजन कम था। बच्ची के अभिभावकों ने उसे सत्य साईं चिकित्सालय रायपुर, बैंगलोर और भोपाल के विभिन्न निजी अस्पतालों में भी दिखाया, लेकिन सभी ने सर्जरी करने से इनकार कर दिया। परिवार की परेशानी को देखते हुए आर.बी.एस.के. दल डोलरिया के डॉ. उमेश सिंह, डॉ. निधि सिंघई एवं श्रीमती दीपिका रधुवंशी ने बच्ची की जांच की और उसे डीईआईसी नर्मदापुरम रेफर किया गया। वहां से समर्पण केंद्र में परीक्षण के बाद बच्ची का इलाज जारी रखने का निर्णय लिया गया। जब बच्ची को अपोलो राजश्री हॉस्पिटल, इंदौर में सर्जरी की सलाह दी गई, तो अनुमानित खर्च ₹1 लाख 77 हजार बताया गया। इस राशि की व्यवस्था मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत की गई।
मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत डीईआईसी नर्मदापुरम, सीएमएचओ डॉ. दिनेश देहलवार और गठित समिति के अनुमोदन से बच्ची की सर्जरी को स्वीकृति दी गई। सफल ऑपरेशन के बाद अब सांईश्रुति स्वस्थ है और उसके माता-पिता ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, कलेक्टर सोनिया मीना, सीएमएचओ डॉ. दिनेश देहलवार और आरबीएसके दल का आभार व्यक्त किया।