प्रशासन की लापरवाही से राष्ट्रीय पर्व पर राष्ट्रीय स्मारक का अपमान।

सतरस्ते के राष्ट्रीय गुम्बज पर पैर रखकर लगाऐ बैनर पोस्टर,

नागरिकों ने की घोर निन्दा, कार्यवाहीे की मांग

फोटो 17 एचओएस 07

नर्मदापुरम। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर शहर भर में स्मारकों और महापुरुषों की मूर्तियों को संवारने सजाने का काम किया जाता है। लेकिन शहर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे स्मारकों का अपमान महसूस हो रहा है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सतरस्ते पर बने राष्ट्रीय स्मारक को सजाने का काम किया जा रहा था। वैसे तो नगर पालिका प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा इन्हें सजाने, संवारने के लिए हाइड्रोलिक, सीढय़िां आदि का उपयोग किया जाता है जिसकी सहायता से इन स्मारकों की साफ सफाई सहित अन्य साथ सजा सज्जा की जाती है। लेकिन सतरस्ते पर एक व्यक्ति द्वारा स्मारक की गुम्बज पर चढक़र उसको सजाया गया, यह राष्ट्रीय स्मारकों का घोर अपमान है। एैसे व्यक्ति पर दण्डात्मक कार्यवाहीे होनी चाहिए साथ ही किस ठेकेदार या अन्य किसके कहने पर व्यक्ति ने यह कार्य किया है। हांलाकि यह गुम्बज पर चढने के लिए सहारा जरूर लिया जाता है लेकिन सीधे गुम्बज पर चढक़र, बैनर, झण्डे लगाऐ गये है वह भी सीढ़ी से न चढक़र, स्वंय ही ऊपर चढ़ गया। यह घोर निन्दनीय कृत्य है इसकी कई लोगों ने घोर निन्दा की है और ऐसे व्यक्ति पर कार्यवाही भी होनी चाहिए। बतादें कि राष्ट्रीय ध्वज की गुम्बज धरोहर पर एक व्यक्ति सीढय़िां के सहारे तो नहीं, लेकिन खुद स्मारक पर पैर रखकर कार्य कर रहा था। और वहां खड़े लोग उसे देख भी रहे है लेकिन किसी ने इसे रोकने की चेष्टा भी नहीं की यह राष्ट्रीय गुम्बज धरोहर का घोर अपमान है, ऐसे लोगों के खिलाफ स्थानीय प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए। किसके कहने से यह व्यक्ति इस स्मारक पर खड़े होकर उस पर पैर रखकर कम कर रहा है, जिसे साफ देखा जा सकता है। फोटो में राष्ट्रीय ध्वज से सटे गुम्बज पर खड़े होकर झंडा, बैनर लगा रहा था। प्रशासन के पास ऐसे कई साधन हैं जिससे यह काम होता है। लेकिन इस व्यक्ति ने इस स्मारक पर पैर रखकर उसका अपमान किया है, ऐसे व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इस पूरे मामले में प्रशासन क्या कार्यवाहीे करेगा यह देखने वाली बात है।

 

इनका कहना

सतरस्ते पर विजय स्तंभ के गुम्बज पर पैर रखकर झण्डे, बैनर लगाने वाले व्यक्ति पर कानूनी तौर पर कार्यवाहीे होनी चाहिए।

प्रदीप चौकसे-नागरिक

 

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